सुविचार


  1.  टूटे फूटे अरमानों को समेट कर, उजड़े हुए हौसलों को सींच कर,   अपने अंदर कुछ कर दिखने का जूनून पैदा कर समल कर ये बन्दे तू ऐसी जिंदगी का निर्माण कर,

  1. हम सोचते ही रहे वो कर गुजर गए,
  2. बिना देवता के बंदगी, बिना मकसद की जिंदगी किस काम की,  बिन वोय कॉटन गये फिर नाराजगी किस काम की
  3. वक्त हवा के झोंके जैसा है     जब आता है तो अपना अहसास    देकर चला जाता है
  4. करोडोँ लोग ऐसे ही गुजर गए,  जिन्होंने कोई मकसद निश्चय नही कर पाया।  क्या तुम भी उन्ही में शामिल होना चाहते हो जरा विचार करो?
  5. किसी का.अपमान से उसके अपमान से कही अधिक खुद का चरित्र अपमानित हो जाता है।
  6. ज्ञान सर्वोपरि है ! इसे सर्वदा अधिक से अधिक ग्रहण करने के लिए प्रयास रत रहना चाहिए
  7. दिमाग कभी खाली नही रहता है।  चाहे उसे अपने अनुसार कार्य मे लगाओ या उसके अनुसार दिये गये कार्योँ मे लगे 
  8. दिमाग़ एक अश्व है, जिसे दिशा देते जाओ वो उस दिशा में सतत आगे बड़ता जाएगा, यदि दिशा नहीं दी गई तो किसी भी दिशा में तनिक संकेत मात्र से बढ़ने लगता है। इस बाहरी संकेत का अनुभव करना बहुत जटिल है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

13 व्यक्तियों में पहले 12 का औसत भार 90 किग्रा है। यदि 13वें व्यक्ति का भार सभी 13 व्यक्तियों के औसत भार से 12 किग्रा अधिक है, तो 13वें व्यक्ति का भार क्या है?

A, B और C एक कार्य को क्रमशः 40, 60 और 120 दिन में कर सकते है। A उस कार्य को कितने दिन में कर सकता है, यदि B और C हर तीसरे दिन उसकी सहायता करें?

कोई धन दीपक व राहुल में 3 : 8 के अनुपात में विभाजित किया गया है। यदि दीपक का हिस्सा 176₹ है, तो कुल धन ज्ञात कीजिये